जिज्ञासा विद्यार्थी जीवन का, महत्वपूर्ण अंग है उसे कभी शांत न होने दें।

1. सपना और लक्ष्य सुनने में तो एक से लगते हैं, लेकिन इनमें बहुत थोड़ा सा अंतर होता है, सपनों के लिए बिना मेहनत की नींद लगती है, लक्ष्य के लिए बिना नींद की मेहनत लगती है।

 अपने भीतर के अहम को निकाल कर ऊंचा उठना होता है, बादल वही ऊंचा उड़ता है, जो सबसे हल्का होता है।

 हौसला तुम चील सा रखना, बारिश से तुम कभी न डरना, उड़ना तुम बादलों से भी ऊपर, इतनी ऊंची अपनी उड़ान रखना।

कुछ कर सकने में सफलता आती है और कुछ ना कर सकने में असफलता आती है।