Introduction: Modak
मोदक एक पारंपरिक भारतीय मिठाई है, जो विशेष रूप से भगवान गणेश को अर्पित की जाती है।
यह मिठाई महाराष्ट्र और दक्षिण भारत में अत्यंत लोकप्रिय है और गणेश चतुर्थी के अवसर पर विशेष रूप से बनाई जाती है।
मोदक की विशिष्ट बनावट और मिठास इसे सभी आयु वर्ग के लोगों के बीच प्रिय बनाती है।
सामग्री:
आटे के लिए:
- चावल का आटा – 1 कप
- पानी – 1 कप
- घी – 1 चम्मच
- नमक – 1 चुटकी
भरावन के लिए:
- ताजा कसा हुआ नारियल – 1 कप
- गुड़ – 3/4 कप (कद्दूकस किया हुआ)
- इलायची पाउडर – 1/2 चम्मच
- खसखस (पोस्ता दाना) – 1 चम्मच (वैकल्पिक)
- काजू और किशमिश – थोड़े से (वैकल्पिक)
विधि:
1) भरावन तैयार करना:
- एक पैन में ताजा कसा हुआ नारियल और गुड़ डालें।
- इसे मध्यम आंच पर तब तक पकाएं जब तक गुड़ पूरी तरह से पिघल जाए और नारियल के साथ अच्छी तरह मिल जाए।
- इसमें इलायची पाउडर, खसखस, काजू और किशमिश डालें और अच्छी तरह मिलाएं।
- मिश्रण को ठंडा होने दें।
2) आटे की तैयारी:
- एक पैन में पानी, घी और नमक डालकर उबालें।
- उबाल आने पर इसमें चावल का आटा धीरे-धीरे डालें और लगातार चलाते रहें ताकि गांठ न बने।
- मिश्रण को अच्छी तरह मिलाएं और फिर इसे ढककर 2-3 मिनट के लिए धीमी आंच पर पकाएं।
- आंच बंद कर दें और इसे ढककर 5-10 मिनट के लिए छोड़ दें।
- जब मिश्रण थोड़ा ठंडा हो जाए, तो इसे अच्छे से गूंध लें ताकि यह नरम और मुलायम आटा बन जाए।
3) मोदक बनाना:
- आटे की छोटी-छोटी लोइयां बना लें।
- प्रत्येक लोई को अपनी हथेलियों से गोल आकार दें और फिर उंगलियों से दबाते हुए कप के आकार का बनाएं।
- इसमें तैयार भरावन का थोड़ा सा मिश्रण डालें।
- अब धीरे-धीरे किनारों को मिलाते हुए ऊपर की ओर बंद करें ताकि मोदक का आकार बन जाए।
- इसी तरह सारे मोदक बना लें।
4) स्टीम करना:
- एक स्टीमर में पानी उबालें।
- स्टीमर प्लेट पर थोड़ा घी लगाएं ताकि मोदक चिपके नहीं।
- तैयार मोदक को स्टीमर में रखें और 10-15 मिनट के लिए स्टीम करें।
- स्टीम होने पर मोदक चमकदार और पारदर्शी हो जाएंगे।
5) सर्व करना:
- मोदक को हल्का ठंडा होने दें।
- इन्हें घी के साथ गर्मागर्म परोसें।
टिप्स:
- चावल के आटे को अच्छी तरह से पकाएं ताकि मोदक का आटा मुलायम और चिकना बने।
- भरावन में आप अपने स्वाद के अनुसार मेवा या सूखे मेवे मिला सकते हैं।
- स्टीमिंग समय का ध्यान रखें ताकि मोदक अच्छे से पक जाएं लेकिन बहुत ज्यादा न पकें जिससे वे टूटने लगें।