Introduction: पुणे कार दुर्घटना
#खून के नमूनों में हेराफेरी करने वाले डॉक्टर समेत तीन गिरफ्तार
आरोपी किशोर के खून के नमूने में बदलाव करने वाले ससून जनरल अस्पताल के दो डॉक्टरों और एक कर्मचारी को गिरफ्तार कर लिया गया है।
अदालत ने तीनों को 30 मई तक हिरासत में भेज दिया.
पुलिस ने अदालत को बताया कि पैसे लेने के बाद खून का नमूना बदल दिया गया था.
गौरतलब है कि 19 मई को किशोर ने नशे की हालत में तेज रफ्तार पोर्शे कार से मोटरसाइकिल सवार दो इंजीनियरों को कुचल दिया था. दोनों इंजीनियरों की मौके पर ही मौत हो गई. मामले ने तब तूल पकड़ लिया जब यूथ जस्टिस बोर्ड ने आरोपी युवक को निबंध लिखने जैसी मामूली शर्तों पर रिहा कर दिया. सार्वजनिक आक्रोश के बाद पुलिस के दावे पर किशोर न्यायालय समिति
डॉ. श्रीहरि और अजय फाइल/एएनआई ससून अस्पताल के एक कर्मचारी को भी गिरफ्तार किया गया और अदालत ने तीनों को 30 मई तक पुलिस हिरासत में भेज दिया।
किशोर को 5 जून तक वेधशाला में भेजा गया था।
पैमाने का पाँचवाँ नोट
पुणे पुलिस ने कहा कि किशोर के रक्त के नमूने को कूड़ेदान में फेंक दिया गया और उसकी जगह किसी अन्य व्यक्ति के रक्त का नमूना ले लिया गया, जिसमें अल्कोहल का कोई अंश नहीं था। डॉ। अजय तावड़े, फोरेंसिक विभाग के प्रमुख, ससून जनरल अस्पताल, और डॉ. अस्पताल के प्रमुख डॉक्टर श्रीहरि खलनोर को गिरफ्तार कर लिया गया।