खुद से ही बातें हो जाती है अब तो, लोग वैसे भी कहा सुनते है आज कल!

काश कोई मेरा भी होता जो कहता मत रोया कर, तेरे रोने से मुझे भी तकलीफ होती है!

मैंने आजाद कर दिया हर वो रिश्ता, हर वो इंसान, जो सिर्फ अपने मतलब के लिए मेरे साथ था!

बहुत कम लोग है जो मेरे सिल को भाते है, और उससे भी बहुत कम है जो मुझे समझ पाते है!