वो दोस्त मेरी नज़र में बहुत माईने रखते है
जो वक़्त आने पर मेरे सामने आईने रखते है
गीले शिकवे सभी दिल से निकाले रखिए
दोस्ती कीमती होती है संभाले रखिए
तुझे कौन जानता था मिरी दोस्ती से पहले
तिरा हुस्न कुछ नहीं था मिरी शाइरी से पहले
मेरी जबान में हर वक़्त मेरे दोस्त का नाम आया
पर कोई भी मेरे बुरे वक़्त में काम ना आया