हम वक्त गुजारने के लिए दोस्तों को नही रखते दोस्तों के साथ रहने के लिए वक्त रखते है।

दोस्तो की बज़्म बड़ी सुहानी लगे; चोट जैसे कोइ हमे पुरानी लगे फरमाइश करते है गज़ल कोई सुनाऊ कोई कलाम लिखते हुए ज़िन्दगानी लगे।

अजनबी थे आप हमारे लिए यूँ दोस्त बनकर मिलना अच्छा लगा बेशक सागर से गहरी है आपकी दोस्ती तैरना तो आता था पर डूबना अच्छा लगा।

जो पलभर में भूल जाए, वो सच्चा दोस्त नहीं होता जो नाराज होने के बाद भी लौट आये, सभी के पास ऐसा दोस्त नहीं होता।