रात गुमसूँ है मगर चैन खामोश नही, कैसे कह दू आज फिर होश नही, ऐसा डूबा तेरी आखो की गहराई मैं, हाथ में जाम है मगर पीने का होश नही
दिल होना चाहिए जिगर होना चाहिए, आशिकी के लिए हुनर होना चाहिए, नजर से नजर मिलने पर इश्क नहीं होता, नजर के उस पार भी एक असर होना चाहिए
जन्नत की सैर करा देता है इश्क़ हर शख्स को दीवाना बना देता है इश्क़ बात मान लो मेरी करलो मोहब्बत हर दिल को धड़कना सीखा देता है इश्क़
सब कुछ है मेरे पास पर दिल की दवा नही, दूर है वो मुझसे पर खफा नही, आज भी प्यार करता है वो मुझसे, थोड़ा जिद्दी है पर बेवफ़ा नही
क्या कहे बिन तेरे ये जिंदगी है कैसी दिल को जलाती है ये बेबसी है कैसी ना कह पाते हैं ना सह पाते हैं ना जाने तकदीर में लिखी ये आशिकी है कैसी
मोहब्बत रंग लाती है जब दिल से दिल मिलते हैं, मुश्किल तो ये है कि दिल बड़ी मुश्किल से मिलते हैं