Navratri 2025: आ रहा है: 9 रातें, 9 रंग, 9 कहानियाँ!

1.पहला रंग - माँ शैलपुत्री की कहानी

शुरुआत होती है उजाले से, जहाँ माँ शैलपुत्री जीवन में साहस और स्थिरता देती हैं।

2.दूसरा रंग - माँ ब्रह्मचारिणी की साधना

सफेद और नीला रंग नवरात्रि के दूसरे दिन शांति और पवित्रता का मैसेज देते हैं। 

3.तीसरा रंग - माँ चंद्रघंटा की शक्ति

हरा और आसमानी रंग तीसरे दिन के उत्सव को जीवंत बनाते हैं। माँ चंद्रघंटा डर को दूर कर आत्मविश्वास  करती हैं।

4.चौथा रंग - माँ कुष्मांडा की मुस्कान

लाल और सफेद रंग चौथे दिन को हर्षित करते हैं। माँ कुष्मांडा परिवार में समृद्धि और सफलता के नए द्वार खोलती हैं।

5.पाँचवाँ रंग - माँ स्कंदमाता की ममता

सनराइज येलो व लाल रंग पाँचवें दिन सकारात्मक ऊर्जा लाते हैं। माँ स्कंदमाता की ममता हर घर में  बढ़ाती है।

6.छठा रंग - माँ कात्यायनी की बहादुरी

हरा और नारंगी छठे दिन को अलग पहचान देते हैं। माँ कात्यायनी अपने भक्तों को निडरता और उम्मीद से भर देती हैं।

7.सातवाँ रंग - माँ कालरात्रि की रहस्य

नीला, काला व ग्रे सातवें दिन को रहस्यमय बनाते हैं। माँ कालरात्रि अंधकार दूर कर मन में नई आशा जगाती हैं।

8.आठवाँ रंग - माँ महागौरी की सुंदरता

लाल और सफेद रंग आठवें दिन को पवित्रता और सौंदर्य से भर देते हैं। माँ महागौरी हर जीवन  देती हैं।

9.नवाँ रंग - माँ सिद्धिदात्री की कृपा

लाल और नारंगी रंग आखिरी दिन को उत्सवमय बना देते हैं। माँ सिद्धिदात्री पूरी यात्रा को  करती हैं।

10.दशहरा - नवरात्रि की पूर्णता

अंत में विजयादशमी का दिन, , सकारात्मकता और एक नई शुरुआत का संदेश देते हैं।