Navratri 2025:
माँ दुर्गा के 9 दिव्य स्वरूपों का विशेष महोत्सव, बनाएं अपने जीवन को शुभ!
1.नवरात्रि का महत्त्व
नवरात्रि हिंदू धर्म का सबसे महत्वपूर्ण पर्व है जिसमें देवी माँ दुर्गा के नौ स्वरूपों की पूजा-अर्चना की जाती है।
2.प्रथम दिन - मां शैलपुत्री
पहले दिन मां शैलपुत्री की पूजा होती है। ये शक्ति, साहस और स्थिरता का प्रतीक हैं।
3.दूसरा दिन - मां ब्रह्मचारिणी
दूसरे दिन मां ब्रह्मचारिणी की पूजा की जाती है, जो ज्ञान व तपस्या की देवी हैं। भक
्त व्रत रखते हैं और सात्विक भोजन करते हैं।
4.तीसरा दिन - मां चंद्रघंटा
तीसरे दिन मां चंद्रघंटा की पूजा होती है जो भयंकर और दयालु स्वरूप हैं। पूजा से भय और संकट दूर होते हैं।
5.चौथा दिन - मां कूष्मांडा
चौथे दिन मां कूष्मांडा की पूजा की जाती है जो सृष्टि की जननी हैं। इनके झंडे पर कमल का फूल होता है।
6.पांचवा दिन - मां स्कंदमाता
पांचवे दिन मां स्कंदमाता की पूजा की जाती है जो भगवान कार्तिकेय की माता हैं।
7.छठा दिन - मां कात्यायनी
छठे दिन शक्ति की देवी मां कात्यायनी की पूजा होती है। ये संकट हरण करने वाली द
ेवी हैं।
8.आठवां दिन - मां महागौरी
आठवें दिन मां महागौरी की पूजा की जाती है जो शांति और सौंदर्य की प्रतिमूर्ति हैं। उनकी पूजा से जीवन में शान्ति आ
ती है।
9.सातवां दिन - मां कालरात्रि
सातवें दिन मां कालरात्रि की पूजा की जाती है जो भय दूर करती हैं। इनकी पूजा से नकारात्म
क शक्तियों का नाश होता है।
10.नवां दिन - मां सिद्धिदात्री
नवरात्रि का अंतिम दिन मां सिद्धिदात्री की पूजा होती है। वे सभी सिद्धियाँ देने वाली देवी हैं।