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फुलेरा दूज 2025: तिथि, समय, शुभ मुहूर्त, महत्व और राधा कृष्ण विवाह उत्सव की रस्में

फुलेरा दूज 2025:
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फुलेरा दूज 2025: तिथि, समय, शुभ मुहूर्त, महत्व और राधा कृष्ण विवाह उत्सव की रस्में

फुलेरा दूज 2025: तिथि, : फुलेरा दूज 2025 की तारीख, शुभ मुहूर्त और महत्व जानिए।
यह पावन पर्व राधा-कृष्ण की फूलों की होली,
प्रेम और भक्ति का प्रतीक है।
जानें फुलेरा द्वितीया 2025 की दिनांक,
पूजा विधि और धार्मिक महत्व।

फुलेरा दूज 2025: तिथि और समय

फुलेरा दूज 2025:
फुलेरा दूज 2025

तिथि: बुधवार, 26 फरवरी 2025
द्वितीया तिथि प्रारंभ: 25 फरवरी 2025 को रात 11:13 बजे
द्वितीया तिथि समाप्त: 26 फरवरी 2025 को रात 10:06 बजे तक

फुलेरा दूज 2025: शुभ मुहूर्त

यह दिन प्रेम, भक्ति और रंगों का प्रतीक माना जाता है।
मथुरा-वृंदावन में इस दिन राधा-कृष्ण के मंदिरों में फूलों से होली खेली जाती है।
यह दिन विवाह के लिए अत्यंत शुभ माना जाता है और इसे अबूझ मुहूर्त भी कहते हैं।
इस दिन भगवान श्रीकृष्ण को गुलाल और फूलों से सजाया जाता है।
फुलेरा दूज 2025 को बुधवार, 26 फरवरी को मनाई जाएगी।
यह दिन अबूझ मुहूर्त माना जाता है, जिसमें बिना पंचांग देखे विवाह
जैसे शुभ कार्य किए जा सकते हैं। द्वितीया तिथि 25 फरवरी रात 11:13 से शुरू
होकर 26 फरवरी रात 10:06 तक रहेगी। यह पर्व प्रेम और भक्ति का प्रतीक है।

फुलेरा दूज 2025: महत्व

फुलेरा दूज का पर्व प्रेम, भक्ति और सौहार्द का प्रतीक है।
यह दिन राधा-कृष्ण की फूलों की होली के रूप में प्रसिद्ध है।
मथुरा-वृंदावन में इसे विशेष उत्सव की तरह मनाया जाता है।

फुलेरा दूज को विवाह के लिए अबूझ मुहूर्त माना जाता है,

इसलिए इस दिन कई शुभ कार्य बिना पंचांग देखे किए जाते हैं।

फुलेरा दूज 2025: अनुष्ठान

फुलेरा दूज के दिन भक्त राधा-कृष्ण की पूजा करते हैं

और फूलों से सजी होली खेलते हैं। मंदिरों में विशेष झांकियां सजाई जाती हैं

और भगवान को गुलाल अर्पित किया जाता है।

इस दिन ब्रह्ममुहूर्त में स्नान कर पूजा स्थल को फूलों से सजाया जाता है।

राधा-कृष्ण को भोग लगाया जाता है और भक्ति गीतों का आयोजन होता है।

यह दिन शुभ कार्यों और विवाह के लिए अत्यंत फलदायी माना जाता है।

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