रुद्राक्ष के प्रकार और लाभ, रुद्राक्ष धारण करने का मंत्र भी जानें
रुद्राक्ष के प्रकार और लाभ, रुद्राक्ष धारण करने का मंत्र भी जानें
रुद्राक्ष : रुद्राक्ष एक पवित्र और आध्यात्मिक बीज है,
जिसे भगवान शिव का प्रतीक माना जाता है।
यह ध्यान, साधना और सकारात्मक ऊर्जा के लिए उपयोग किया जाता है।
#रुद्राक्ष माला पहनने से मानसिक शांति, स्वास्थ्य लाभ और
आत्मिक बल की प्राप्ति होती है। यह धार्मिक महत्व रखता है।
1 से 3 मुखी रुद्राक्ष की खूबियां

#रुद्राक्ष को आध्यात्मिक और वैज्ञानिक दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण माना जाता है।
1 मुखी #रुद्राक्ष: इसे भगवान शिव का स्वरूप माना जाता है।
यह ध्यान और आत्मज्ञान में सहायक होता है तथा मानसिक शांति प्रदान करता है।
2 मुखी #रुद्राक्ष: यह शिव और शक्ति का प्रतीक है।
इसे धारण करने से रिश्तों में प्रेम और सामंजस्य बढ़ता है।
3 मुखी #रुद्राक्ष: यह अग्नि तत्व से जुड़ा है और आत्मविश्वास बढ़ाने में सहायक होता है।
यह नकारात्मक ऊर्जा को नष्ट करता है।
रुद्राक्ष धारण करने से व्यक्ति को आध्यात्मिक और मानसिक लाभ मिलते हैं।
4 से 7 मुखी रुद्राक्ष की खूबियां

4 मुखी #रुद्राक्ष: ब्रह्मा जी का प्रतीक, ज्ञान, स्मृति और बुद्धि बढ़ाता है।
विद्यार्थियों के लिए उत्तम।
5 मुखी #रुद्राक्ष: शिवजी का स्वरूप, शांति, स्वास्थ्य और तनाव मुक्ति देता है।
सर्वसिद्धि प्रदान करने वाला।
6 मुखी #रुद्राक्ष: कार्तिकेय का प्रतिनिधित्व, आत्मविश्वास और सफलता दिलाता है।
शत्रु बाधा दूर करता है।
7 मुखी #रुद्राक्ष: लक्ष्मी का वरदान, धन वृद्धि और व्यापार में सफलता देता है।
मनोकामना पूर्ति करता है।
8 से 10 मुखाी रुद्राक्ष की खूबियां
8 मुखी #रुद्राक्ष: भैरव जी का प्रतीक, सुरक्षा और आत्मबल देता है।
कानूनी समस्याओं व नकारात्मक ऊर्जा से बचाव करता है।
9 मुखी #रुद्राक्ष: दुर्गा माँ का स्वरूप, शक्ति और साहस बढ़ाता है।
भय दूर कर न्याय दिलाता है।
10 मुखी #रुद्राक्ष: विष्णु जी का प्रतिनिधित्व, मोक्ष व धार्मिक उन्नति देता है।
पापों से मुक्ति और शांति प्रदान करता है।
11 से 14 मुखी रुद्राक्ष की खूबियां

11 मुखी #रुद्राक्ष: एकादश रुद्र का प्रतीक,
आध्यात्मिक उन्नति और मोक्ष मार्ग प्रशस्त करता है।
भय व रोगों से मुक्ति दिलाता है।
12 मुखी #रुद्राक्ष: सूर्य देव का स्वरूप, प्रतिष्ठा,
ऊर्जा और नेतृत्व क्षमता बढ़ाता है। सफलता व यश देता है।
13 मुखी #रुद्राक्ष: इंद्र देव का प्रतिनिधित्व, धन
सुख और ऐश्वर्य प्रदान करता है। कामना पूर्ति में सहायक।
14 मुखी #रुद्राक्ष: शिवजी का ‘देवमणि’ रूप,
अलौकिक शक्ति व ज्ञान देता है। सिद्धियाँ प्राप्त करने में सहायक।
रुद्राक्ष धारण करने का मंत्र

सामान्य मंत्र:
“ॐ नमः शिवाय”
(सभी मुखी #रुद्राक्ष पर प्रभावी)
विशिष्ट मुखी अनुसार मंत्र:
1-5 मुखी: “ॐ ह्रीं नमः”
6-14 मुखी: “ॐ नमः शिवाय”
धारण विधि:
शुभ मुहूर्त में पवित्र जल से धोकर, गंगाजल/दूध से शुद्ध करें।
मंत्र पढ़ते हुए #रुद्राक्ष को लाल/सफेद धागे में पिरोकर धारण करें।
प्रतिदिन पूजा करें, अशुद्धता से बचाएँ।