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चैत्र नवरात्रि का पहला दिन कल, जानें घटस्थापना मुहूर्त, मां शैलपुत्री पूजा विधि, मंत्र, भोग व शुभ रंग

चैत्र नवरात्रि
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चैत्र नवरात्रि का पहला दिन कल, जानें घटस्थापना मुहूर्त, मां शैलपुत्री पूजा विधि, मंत्र, भोग व शुभ रंग

चैत्र नवरात्रि : हिंदू पंचांग के चैत्र मास (मार्च-अप्रैल) में आने वाला एक पावन पर्व है,
जो 9 दिनों तक चलता है। इसे वसंत नवरात्रि भी कहते हैं।
इसी दिन से हिंदू नववर्ष (विक्रम संवत् 2082) की भी शुरुआत होती है।

घटस्थापना या कलश स्थापना का शुभ मुहूर्त-

चैत्र नवरात्रि
चैत्र नवरात्रि

चैत्र नवरात्रि 2025 की शुरुआत 30 मार्च को होगी। इस दिन घटस्थापना या कलश स्थापना का महत्व बहुत अधिक है।
2025 में घटस्थापना का शुभ मुहूर्त सुबह 6:14 बजे से 10:21 बजे तक रहेगा। इसके अलावा,
अभिजीत मुहूर्त दोपहर 12:02 बजे से 12:50 बजे तक रहेगा। इस समय देवी दुर्गा की पूजा शुरू की जाती है
और नवरात्रि के नौ दिनों का आरंभ होता है। इस मुहूर्त में कलश स्थापित करना बेहद शुभ माना जाता है।

प्रतिपदा तिथि कब से कब तक

प्रतिपदा तिथि प्रारंभ:
9 अप्रैल 2024, मंगलवार (सुबह 11:50 AM से)
प्रतिपदा तिथि समाप्त:
10 अप्रैल 2024, बुधवार (सुबह 10:08 AM तक)
इस दौरान चैत्र नवरात्रि का पहला दिन (प्रतिपदा) मनाया जाएगा,
जिसमें माँ शैलपुत्री की पूजा की जाती है।

मां शैलपुत्री पूजा विधि

सुबह जल्दी उठकर स्नान करें और स्वच्छ वस्त्र धारण करें।
कलश स्थापना (घटस्थापना):
सुबह के समय (प्रतिपदा तिथि के शुभ मुहूर्त में) एक मिट्टी/तांबे के कलश में जल भरकर,
उसमें सुपारी, सिक्का, अक्षत, और दूर्वा डालें।
कलश के ऊपर नारियल रखकर लाल कपड़े से ढकें और माँ दुर्गा का आह्वान करें।
माँ शैलपुत्री की प्रतिमा/चित्र स्थापित करें और उन्हें लाल फूल, चंदन, अक्षत, रोली अर्पित करें।
मंत्र जाप:
“ॐ देवी शैलपुत्र्यै नमः” (108 बार जाप करें)।

मां शैलपुत्री भोग

नवरात्रि के पहले दिन माँ शैलपुत्री को गाय का घी, गुड़, शहद, दूध या मिश्री अर्पित करें।

ये सात्विक भोग उनकी कृपा पाने का सरल उपाय है।

शुद्धता का ध्यान रखें—नमक, लहसुन-प्याज व तामसिक भोग वर्जित हैं।

भोग लगाकर “ॐ शैलपुत्र्यै नमः” मंत्र बोलें।

नवरात्रि के पहले दिन का शुभ रंग

माँ शैलपुत्री को समर्पित यह रंग शक्ति, उत्साह और सकारात्मक ऊर्जा का प्रतीक है।

इस दिन लाल वस्त्र, लाल फूल या लाल आभूषण धारण करने से माँ का आशीर्वाद प्राप्त होता है।

टिप: पूजा में लाल चुनरी चढ़ाएं और घर में लाल रंग के फूल/दीपक से सजावट करें।

ध्यान रखें:

नवरात्रि के प्रत्येक दिन अलग रंग होता है, लाल पहले दिन का प्रमुख रंग है।

2025 की नवरात्रि तिथियों के अनुसार यह सुझाव दिया गया है।

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