Thailand Cambodia border dispute थाईलैंड-कंबोडिया बॉर्डर पर भयंकर जंग! 140,000 लोग बेघर, $5 बिलियन ट्रेड ठप, ASEAN स्टॉक्स 4% तक लुढ़के। टूरिज्म-ट्रेड-सप्लाई चेन पर कितना बड़ा संकट?
Thailand Cambodia border dispute: 2025 में कंबोडिया की GDP 2% खिसकी, सिर्फ एक झड़प से
विश्व बैंक ने कंबोडिया की 2025 ग्रोथ 5.8% से घटाकर 3.9% कर दी। 7.5 लाख कंबोडियन वर्कर थाईलैंड से लौटे, रेमिटेंस में 450 मिलियन डॉलर की सालाना कमी। पेट्रोल-डीजल की सप्लाई 10 दिन बंद रहने से फैक्ट्रियां आधी क्षमता पर चल रही हैं।

1. स्टॉक मार्केट में गिरावट
थाईलैंड-कंबोडिया बॉर्डर झड़प के बाद थाईलैंड का SET इंडेक्स 4.17% गिर गया, निवेशकों का भरोसा डगमगा। साउथईस्ट एशिया के बाजारों में अनिश्चितता बढ़ी, ASEAN की एकता पर सवाल उठे। चीन और अमेरिका जैसे बाहरी ताकतों का प्रभाव बढ़ा, जो क्षेत्रीय स्थिरता को खतरे में डाल रहा। कुल मिलाकर, 2025 संकट आर्थिक एकीकरण को कमजोर कर।
2. ट्रेड रुकावटें और बॉर्डर क्लोजर
बॉर्डर चेकपॉइंट्स जैसे पोइपेट और बावेट बंद होने से 2024 का 10.45 अरब डॉलर का द्विपक्षीय व्यापार प्रभावित। कंबोडिया के कच्चे कैसावा निर्यात में 130 मिलियन डॉलर का नुकसान, थाईलैंड का बाजार हिस्सा घटा। थाई कंपनियां जैसे काराबाओ ग्रुप ने कंबोडिया में एंट्री टाली, सप्लाई चेन बाधित। ASEAN बाजारों में कंबोडियन सामान की डंपिंग से क्षेत्रीय ट्रेड बैलेंस बिगड़ा।
3. टूरिज्म सेक्टर पर असर
थाईलैंड (12% GDP) और कंबोडिया (9% GDP) के टूरिज्म को गहरा झटका, प्रeah विहर टेम्पल पर विजिटर्स 20% घटी। सीसाकेट प्रांत में स्ट्राइक्स से 1.2 अरब डॉलर का क्रॉस-बॉर्डर गैंबलिंग इंडस्ट्री ठप। 1.4 लाख से ज्यादा लोग विस्थापित, लोकल इकोनॉमी में हजारों नौकरियां गईं। UNESCO साइट्स पर डैमेज से लॉन्ग-टर्म रेवेन्यू लॉस, रिकवरी में महीनों लगेंगे।
4. कंबोडिया की GDP ग्रोथ स्लोडाउन
2025 में कंबोडिया की GDP ग्रोथ 5% से घटकर 3% रहने का अनुमान, बॉर्डर कंफ्लिक्ट से। 7.5 लाख वर्कर्स के रिटर्न से रेमिटेंस 20% गिरे, परिवारों की आय प्रभावित। पेट्रोल इंपोर्ट सस्पेंड से इंडस्ट्री सेक्टर पर दबाव, अल्टरनेटिव मार्केट्स तलाशने पड़े। फिस्कल स्टिमुलस और रिफॉर्म्स से शॉर्ट-टर्म रिलीफ, लेकिन लॉन्ग-टर्म आउटलुक स्ट्रॉन्ग।
5. थाईलैंड की इकोनॉमिक चैलेंजेस
थाईलैंड में बॉर्डर क्लोजर से 7 प्रांतों में बिजनेस शटरिंग, 5,000 ट्रेडर्स का 70% लॉस। टूरिस्ट एरियाज दूर होने से मिनिमल इंपैक्ट, लेकिन पॉलिटिकल इंस्टेबिलिटी बढ़ी। हाई पब्लिक डेब्ट के साथ रिसेशन रिस्क, लेबर फोर्स 2% घटा। एक्सपोर्टर्स को एशिया-अफ्रीका मार्केट्स की ओर शिफ्ट करना पड़ रहा।
6. रीजनल इंटीग्रेशन पर खतरा
ASEAN की डिस्प्यूट रिजॉल्यूशन मैकेनिज्म कमजोर साबित, मलेशिया की मीडिएशन फेल। क्रॉस-बॉर्डर माइग्रेंट्स (9.1 लाख) के रिटर्न से रेमिटेंस फ्लोज बाधित। इंटरनेट और पेट्रोल कट से बुनियादी ढांचा प्रभावित, क्षेत्रीय डिविजन बढ़ा। ICJ रेफरल से अनिश्चितता लंबी, इनवेस्टर सेंटिमेंट पर नेगेटिव इंपैक्ट।
7. लॉन्ग-टर्म रिकवरी प्रॉस्पेक्ट्स
डिप्लोमैटिक ब्रेकथ्रू से बॉर्डर रिस्ट्रिक्शंस ईज, लेकिन रिकवरी 2026 तक। कंबोडिया में लोकल इंडस्ट्रीज को थाई मार्केट
शेयर ग्रैब का मौका। थाईलैंड में गवर्नमेंट रिलीफ से SMEs को सपोर्ट, लेकिन कूप रिस्क बरकरार। ASEAN को मजबूत
मीडिएशन से फ्यूचर क्राइसिस अवॉइड करने की जरूरत।
8. ग्लोबल इंप्लिकेशंस
US-चीन प्रभाव से ASEAN की कोहेशन कमजोर, ट्रेड वार्स से अतिरिक्त दबाव। कंबोडिया
के 1.2 मिलियन माइग्रेंट वर्कर्स से ग्लोबल रेमिटेंस चेन प्रभावित। इंटरनेशनल कम्युनिटी
(UN, ऑस्ट्रेलिया) ने डी-एस्केलेशन की अपील की। ओवरऑल, यह संकट साउथईस्ट एशिया
के डेवलपमेंट मॉडल को चैलेंज कर रहा।
निष्कर्ष
थाईलैंड-कंबोडिया तनाव शुरू होने के 72 घंटे में ही SET इंडेक्स 4.17% लुढ़ककर
1,278.44 पर बंद हुआ।बैंकॉक बैंक, CPT ग्रुप और थाई एयरवेज जैसे बड़े शेयर 8-12%
तक टूटे, FII ने 480 मिलियन डॉलर निकाले।कंबोडिया का CSX इंडेक्स भी 7.2% नीचे,
पूरे ASEAN में रिस्क-ऑफ मूड, सिंगापुर का STI 2.8% गिरा।विश्लेषकों का कहना है कि
अगर 15 दिन और तनाव रहा तो SET साल 2025 में 1,200 तक फिसल सकता है।









