Best Sachi Dosti Sayari: सच्ची दोस्ती के रंग, शायरी के संग…दिल छू लेने वाली शानदार शायरी
Best Sachi Dosti Sayari: सच्ची दोस्ती के रंग, शायरी के संग…दिल छू लेने वाली शानदार शायरी
Best Sachi Dosti Sayari: सच्ची दोस्ती की गहराई और सुंदरता पक्की दोस्ती को दर्शाने वाली बेहतरीन
शायरी का संग्रह। इन शायरी के माध्यम से दोस्ती के
अनमोल रिश्ते को शब्दों में महसूस करें।”
गहरी दोस्ती शायरी – Dosti Shayari in Hindi

आपकी हमारी दोस्ती सुरों का साज है,
आप जैसे दोस्त पर हमें नाज़ है,
अब चाहे कुछ भी हो जाये जिंदगी में,
दोस्ती वैसे ही रहेगी जैसे आज है।
दावे मोहब्बत के मुझे नहीं आते यारो,
एक जान है जब दिल चाहे मांग लेना।
हर मुश्किल में है साथ तेरा,
तू है c, मेरा राही, मेरा सहारा।
Sachi Dosti Sayari

वो दिल ही क्या जो वफ़ा ना करे,
तुझे भूल कर जिएं कभी खुदा ना करे।
बेवजह है तभी तो दोस्ती है,
अगर वजह होती तो व्यापार होता।
मेरे दोस्तों की पहचान इतनी मुश्किल नहीं,
वो हंसना भूल जाते हैं मुझे उदास देखकर।
तू है मेरा यार-हमराह,
तेरी मुस्कान में छुपा है हर दर्द का इलाज।

जब भी छूटे मुश्किलों का सामना करना पड़े,
तू हमेशा मेरे साथ है, मेरे दिल की सुनवाई करता है।
दोस्ती की मिसाल हैं हम दोनों,
तू मेरा सब कुछ, मेरा हूं तेरा सब कुछ।
रात भर चलती रहे ये बातें,
मिलकर बिताए हमने रातें,
तू मेरे लिए ख़ास है,
इसे दिल से मानता हूँ मैं।
प्रसिद्ध शायरों की सच्ची दोस्ती शायरी – Friendship Day Shayari in Hindi

मोहब्बत में नहीं है फ़र्क़ जीने और मरने का,
उसी को देख कर जीते हैं जिस काफ़िर पे दम निकले।
कौन कहता है कि दोस्ती बराबरी में होती है,
सच तो ये है कि दोस्ती में सब बराबर होते हैं।
दोस्ती का फ़र्ज़ था निभा दिया,
अब हम पर इल्ज़ाम कैसा।

दिल से दिल मिले ना मिले हाथ मिलाते रहिए,
लोग मोहब्बत के ज़्यादा क़रीब होते हैं।
दोस्ती नाम है सुख-दुख की कहानी का,
दोस्ती राज़ है सदा मुस्कुराने का।
दोस्ती की है तो निभाएंगे,
तुमसे ही क्या, ज़माने से टकराएंगे।
दोस्ती का हाथ बढ़ाओ तो दिल से बढ़ाना,
क्योंकि दोस्ती इबादत से कम नहीं होती।

दोस्ती का असली मज़ा तो तब है,
जब दोस्ती में कोई शर्त ना हो।
दोस्त बन के भी नहीं साथ निभाने वाला,
यही करता रहा हर दौर में जमाना मुझसे।
दोस्ती का मतलब है सच्चाई,
जो हर हाल में साथ निभाए।
दोस्ती की है तो निभाएंगे,
तुमसे ही क्या, ज़माने से टकराएंगे।
दोस्ती का रिश्ता भी कितना अजीब होता है,
दूर रहकर भी कितना क़रीब होता है।
दोस्ती का असली मज़ा तो तब है,
जब दोस्ती में कोई शर्त ना हो।
दोस्ती नाम है सुख-दुख की कहानी का,
दोस्ती राज़ है सदा मुस्कुराने का।
दोस्ती का फ़र्ज़ था निभा दिया,
अब हम पर इल्ज़ाम कैसा।
दोस्ती पर शेर – Sher on Dosti

दोस्ती का फ़र्ज़ था निभा दिया,
अब हम पर इल्ज़ाम कैसा।
दोस्ती नाम है सुख-दुख की कहानी का,
दोस्ती राज़ है सदा मुस्कुराने का।
दोस्ती की है तो निभाएंगे,
तुमसे ही क्या, ज़माने से टकराएंगे।

दोस्ती का हाथ बढ़ाओ तो दिल से बढ़ाना,
क्योंकि दोस्ती इबादत से कम नहीं होती।
दोस्ती का असली मज़ा तो तब है,
जब दोस्ती में कोई शर्त ना हो।
दोस्ती का रिश्ता भी कितना अजीब होता है,
दूर रहकर भी कितना क़रीब होता है।

दोस्ती आम है लेकिन ऐ दोस्त,
दोस्त मिलता है बड़ी मुश्किल से।
मेरा दोस्त है मेरा सहारा,
उसके बिना अधूरा है हमारा।
दोस्ती का मतलब है सच्चाई,
जो हर हाल में साथ निभाए।
दोस्ती की मिसाल हैं हम दोनों,
तू मेरा सब कुछ, मैं हूँ तेरा सब कुछ।