Chaitra Navratri: 30 मार्च से 6 अप्रैल तक चैत्रनवरात्रि, जानें किस दिन होगी किस देवी की पूजा
Chaitra Navratri: 30 मार्च से 6 अप्रैल तक चैत्रनवरात्रि, जानें किस दिन होगी किस देवी की पूजा
Chaitra Navratri : चैत्र नवरात्रि 2025 का महत्व, तिथियां और पूजन विधि जानें!
नवरात्रि में मां दुर्गा के नौ रूपों की आराधना की जाती है।
शुभ तिथियां, व्रत नियम, घटस्थापना मुहूर्त और
पूजा विधि के बारे में पूरी जानकारी यहां पढ़ें!
जानें किस दिन होगी किस देवी की पूजा- नवरात्रि की तिथियां और पूजन क्रम

नवरात्रि का पर्व देवी दुर्गा के नौ रूपों की आराधना का पर्व है।
2025 में चैत्र नवरात्रि 30 मार्च से 7 अप्रैल तक और
शारदीय नवरात्रि 25 सितंबर से 3 अक्टूबर तक होगी।
पूजन क्रम:
प्रतिपदा (पहला दिन) – माता शैलपुत्री
द्वितीया – माता ब्रह्मचारिणी
तृतीया – माता चंद्रघंटा
चतुर्थी – माता कूष्मांडा
पंचमी – माता स्कंदमाता
षष्ठी – माता कात्यायनी
सप्तमी – माता कालरात्रि
अष्टमी – माता महागौरी
नवमी – माता सिद्धिदात्री
नवरात्रि में व्रत, हवन, कन्या पूजन और
जप-तप करने से विशेष फल प्राप्त होता है।
Kanya Pujan: नवरात्रि की अष्टमी व नवमी तिथि कब है? जानें कन्या पूजन में कितनी कन्या होनी चाहिए

Chaitra Navratri
नवरात्रि में कन्या पूजन का विशेष महत्व है। 2025 में अष्टमी तिथि 6 अप्रैल (चैत्र)
और 2 अक्टूबर (शारदीय) को होगी, जबकि नवमी तिथि 7 अप्रैल (चैत्र) और 3 अक्टूबर (शारदीय) को रहेगी।
कन्या पूजन विधि:
2 से 9 कन्याओं का पूजन किया जाता है।
9 कन्याएं देवी दुर्गा के 9 रूपों का प्रतीक मानी जाती हैं।
पूजन में कन्याओं को साफ वस्त्र पहनाकर, तिलक लगाकर,
भोजन एवं दक्षिणा दी जाती है।
कन्या पूजन से देवी मां का आशीर्वाद प्राप्त होता है और सुख-समृद्धि बढ़ती है।
Ashtami and Navami Kanya Pujan Muhurat 2025
नवरात्रि में अष्टमी और नवमी तिथि पर कन्या पूजन का विशेष महत्व होता है।
2025 में अष्टमी तिथि 6 अप्रैल (चैत्र) और 2 अक्टूबर (शारदीय) को होगी,
जबकि नवमी तिथि 7 अप्रैल (चैत्र) और 3 अक्टूबर (शारदीय) को रहेगी।
कन्या पूजन मुहूर्त 2025:
अष्टमी: प्रातः 7:30 से दोपहर 12:00 बजे तक शुभ समय।
नवमी: प्रातः 8:00 से दोपहर 1:00 बजे तक उत्तम मुहूर्त।